मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी, सिखाता है राष्ट्र के प्रति समर्पण : मुख्यमंत्री

मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी, सिखाता है राष्ट्र के प्रति समर्पण : मुख्यमंत्री

मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी, सिखाता है राष्ट्र के प्रति समर्पण : मुख्यमंत्री

झांसी, 19 नवम्बर। राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व के तीसरे और अंतिम दिन किले की तलहटी से प्रगतिशील उद्घोषणा समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रानी का 'मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी' कथन हमें राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रेरणा देता है। उन्होंने आज का दी बुंदेलखंड के लिए बेहद खास बताया।

प्रधानमंत्री व अन्य सभी का यूपी शासन की ओर से आभार व्यक्त करता हूं। आज पूरा देश महारानी के 193 वें जन्मदिन को मना रहा है। अंग्रेजों की चूल्हें हिलाने वाली रानी के बलिदान को सभी याद करते हैं। उनके प्रति मैं श्रद्धा व्यक्त करता हूं। 1857 के पूर्व स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने अपनी झांसी नहीं दूंगी कहकर हम सबको मातृभूमि के प्रति समर्पण का भाव प्रकट करना सिखाया है।

उन्होंने कहाकि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक डिफेन्स कॉरिडोर यूपी में देने के लिए भी आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने बताया कि 183 एकड़ भूमि बीडीएल को दे दी गई है। अब डिफेंस कॉरिडोर के कार्यो में तेजी से विकास होगा। झांसी में 1034 हेक्टेयर लैंड बैंक है। प्रस्तावित निवेश 603 करोड़ का प्राप्त हुआ है। 101 हेक्टेयर चित्रकूट में और कानपुर में 184 हेक्टेयर अलीगढ़ 81 व लखनऊ में 80 हेक्टेयर लैंडबैंक है। प्रधानमंत्री द्वारा भारत डायनामिक्स लिमिटेट की 400 करोड़ की परियोजना की आधारशिला रखी है। इसके लिए उनका हृदय से आभार करता हूं। आज का दिवस इसलिए महत्वपूर्ण क्योंकि पीएम ने ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में दुनिया को प्रदूषण रहित बनाने के लिए अभियान आगे बढ़ाया है।

यूपी ने 1440 मेगावाट के सोलर प्लांट 2017 से अब तक लगाए हैं। आज 600 मेगावाट के प्लांट की झांसी के गरौठा में आधारशिला रखी है। इसके लिए 2850 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। इसमें 3000 करोड़ से अधिक का निवेश प्रस्तावित्त है और ,6000 से आधी नौकरिया लोगों को मिलेगी। अटल पार्क का भी लोकार्पण किया गया। यह स्मार्ट सिटी मिशन का हिस्सा है। यूपी में 17 स्मार्ट सिटी को विकसित करने का काम किया जा रहा है। जो एकीकृत यातायात तंत्र व अत्यधुनिक सुविधाओं से युक्त होगी। बुन्देलखण्ड के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। एक ओर प्रधानमंत्री ने बुन्देलखण्ड के एक छोर पर जलजीवन मिशन की योजना को राष्ट्र को समर्पित किया तो यहां राष्ट्ररक्षा के लिए सेना के कई कार्यों और अभियान को आगे बढ़ाया है।