मुझे फर्जी फंसाया गया : गायत्री प्रसाद प्रजापति
मुझे फर्जी फंसाया गया : गायत्री प्रसाद प्रजापति
बारह साल पहले आचार संहिता उल्लंघन मामले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति बुधवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में बयान दर्ज कराने पहुंचे। उन्होंने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे निर्दोष हैं और उन्हें फर्जी फंसाया गया है।
लखनऊ जेल से कड़ी सुरक्षा में गायत्री को लाया गया। सिविल कोर्ट में उनके तमाम समर्थक मौजूद थे। 2012 में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अमेठी विधानसभा क्षेत्र में नामांकन पत्र दाखिल करने पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए जुलूस निकाला था। विशेष लोक अभियोजक ने बताया कि 28 जनवरी 2012 को उनका नामांकन जुलूस निकला था। जिसको लेकर तत्कालीन अमेठी कोतवाल अमरनाथ बाजपेयी ने एफआईआर दर्ज कराया था।
गायत्री के अधिवक्ता का बयान
विवेचना के दौरान विवेचक दरोगा हरिप्रसाद वर्मा ने 13 अप्रैल 2012 को गायत्री प्रसाद प्रजापति के क्रियाकलापों को अपराध से जुड़ा मानते हुए चार्ज शीट दाखिल किया था। मुकदमे की सुनवाई चल रही है जिसमें अभियोजन के सभी गवाहों का बयान जिरह हो चुकी है। गायत्री प्रजापति के अधिवक्ता संतोष कुमार पांडे ने बताया कि आचार संहिता उल्लंघन के मामले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति का कोर्ट में बयान दर्ज कर लिया गया है। पुलिस द्वारा लगाये गये आरोप को उन्होंने न्यायालय में खारिज किया है। सात जनवरी को न्यायालय ने पुनः पूर्व मंत्री को तलब करते हुए विधिक कार्रवाई आगे बढ़ाने की बात कही है।