प्रयागराज महाकुंभ से जुड़ने वाले प्रमुख मार्गो पर भारी भीड़, पुलिस अधीक्षकों ने सम्भाली बागडोर

प्रयागराज महाकुंभ से जुड़ने वाले प्रमुख मार्गो पर भारी भीड़, पुलिस अधीक्षकों ने सम्भाली बागडोर

प्रयागराज महाकुंभ से जुड़ने वाले प्रमुख मार्गो पर भारी भीड़, पुलिस अधीक्षकों ने सम्भाली बागडोर

लखनऊ, 12 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के महाकुम्भ में पहुंच कर संगम व गंगा में डुबकियां लगाने के लिए श्रद्धा से भरे लोगों में खासा उत्साह है। माघी पूर्णिमा के दिन प्रयागराज से जुड़ने वाले प्रमुख मार्गो पर सुबह से ही भारी भीड़ है और श्रद्धालुओं के वाहनों के आवागमन में दिक्कतें आ रही है।

लखनऊ से प्रयागराज के लिए निकले सीए आलोक मिश्रा को रायबरेली में अपने वाहन को खड़ा करना पड़ा। रायबरेली से प्रयागराज की ओर बढ़ने वाले मार्गो पर खासा जाम होने के कारण करीब दो घंटे तक वाहन को खड़े रखने के बाद उन्होंने वापसी कर ली। उन्होंने बताया कि रायबरेली से कुंडा एवं प्रतापगढ़ की ओर जाने वाले दोनों मार्गो पर लम्बा जाम दिखायी देने पर उन्होंने वापसी की है। माघी पूर्णिमा पर अब वह गंगाजल का उपयोग कर घर में ही स्नान करेगें।

वाराणसी में जगतगंज निवासी संदीप ने बताया कि वह अपने मित्रों के साथ प्रयागराज के महाकुंभ के लिए तड़के सुबह निकले थे। प्रयागराज की सीमा पर हनुमानगंज के निकट उन्हें प्रमुख मार्ग पर लम्बा जाम मिला। कुछ दूर पर एक ढ़ाबा के पीछे उन्होंने वाहन खड़ा कर दिया। वहां से तीन मित्र सहित वह पैदल निकल कर प्रयागराज के फाफामऊ तक पहुंचकर स्नान करने में सफल हुए।

विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े नेता विजय कुमार ने कहा कि प्रयागराज में पुण्य स्नान के लिए भोर चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। इसके कारण शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों को बाहर ही रोका जा रहा है। शहर की भीड़ को सम्भालने के लिए महाकुम्भ प्रशासन ने बेहतरीन व्यवस्था की है। उनकी अपने कार्यकर्ताओं से अपील है कि प्रयागराज के चारों ओर प्रमुख पक्के घाटों पर ही स्नान कर लौट जायें।

प्रयागराज से जुड़ें जनपदों कौशाम्बी, प्रतापगढ़, सुलतानपुर, जौनपुर, भदोही एवं मिर्जापुर में सुबह से ही जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी वाहनों की संख्या को कम करने के लिए डायवर्जन करा रहा है। प्रमुख मार्गो पर कुछ दूरी पर वाहनों को रोक कर कम संख्या में वाहनों को छोड़ा जा रहा है। प्रमुख मार्गो पर वाहनों का दबाव बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस अधीक्षकों ने खुद ही बागडोर सम्भाल रखी है।