लांस नायक पद पर तैनात महिला सैन्यकर्मी ने उत्पीड़न से तंग आकर फांसी लगाई, मौत
पिता के फोन पर भेजे सुसाइड मैसेज में नामजद लड़के के उत्पीड़न की बताई वजह
मथुरा, 18 अक्टूबर । जम्मू में लांस नायक के पद पर तैनात महिला सैन्यकर्मी ने सोमवार तड़के थाना गोवर्धन क्षेत्र अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड का कारण किसी युवक द्वारा उत्पीड़न किया जाना बताया जा रहा है। फिलहाल मृतका के पिता के फोन पर आए मैसेज के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
गौरतलब हो कि, गोवर्धन कस्बा की कृष्णा कालौनी निवासी डा. वेद प्रकाश शर्मा की 22 वर्षीय पुत्री छवि शर्मा का चयन करीब दो वर्ष पूर्व सेना पुलिस में हुआ था। दो वर्ष की ट्रैनिंग के उपरांत छवि शर्मा की नियुक्ति हाल ही में जम्मू सीएमपी में लांस नायक पद पर हो गयी थी। नौकरी से 02 अक्टूबर को वह छुट्टी लेकर घर पर आयी हुयी थी। इस दौरान परिजनों ने बेटी की नियुक्ति की खुशी में गिरिराज जी की दूध धारा व ब्राहमण भोजन कराये थे।
सोमवार दोपहर मृतका के पिता वेदप्रकाश ने बताया कि छवि की मां मायके गयी थी तथा घर की ऊपरी मंजिल पर कमरे में वह सो रहे थे तथा बेटी छवि नीचे के कमरे में सो रही थी। प्रतिदिन की भांति आज सुबह 04 बजे वह जागे तो मोबाइल फोन में बेटी के मैसेज को देखकर तुरंत उसके कमरे की तरफ दौड़ पड़े। देखा तो छत पर पंखे पर साड़ी से फंदा लगाकर उनकी बेटी छवि लटकी हुयी थी। आनन-फानन में बेटी को फंदे से उतार कर वह मथुरा मिलिट्री हाॅस्पीटल ले गये जहां चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया।
छवि के पिता डा. वेदप्रकाश ने वताया कि उनकी बेटी कुछ दिन से परेशान थी तथा कुछ बता नहीं रही थी। सुसाइड मैसेज मे उसने एक लड़के द्वारा गलत फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने का जिक्र करते हुये उसे न छोड़ने की भी मांग की है। छवि के पिता ने थाना पुलिस को घटना की तहरीर दी है। पुलिस ने मृतका के शव का पोस्टमार्टम करवाया है।
सुसाइड मैसेज में यह लिखा
मैसेज में मृतका बेटी ने लिखा कि पापा मैंने तुम्हें बताया नहीं प्रवीण ने मुझे महिला पटलाकर 31 तारीख को अपने घर बुलाया और 04 दिन मेरे को अपने पास रखा मेरे को नशा कराकर फिल्म और फोटो खींच ली और वायरल कर दिए। मेरे को धमकाया की अगर तूने कुछ बताया और मेरी बात नहीं मानी तेरे पापा और भाई को जान से मार दूंगा, तेरे को शादी मेरे से ही करनी पड़ेगी। इसी वजह से में आज यह कदम उठा रही हूं आपकी बदनामी होगी मेरी ही यूनिट में, आप प्रवीण को माफ मत करना।