उत्तर प्रदेश में कोविड पर प्रभावी नियंत्रण : मुख्यमंत्री योगी
उत्तर प्रदेश में कोविड पर प्रभावी नियंत्रण : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ, 01 मई । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोविड महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 1587 एक्टिव केस हैं। 99 फीसदी लोग घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।इनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय टीम-9 को दिशा-निर्देश देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में कोविड पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है।विगत दो सप्ताह से एनसीआर के जनपद गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में केस बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 269 नए केस की पुष्टि हुई, जिसमें, गौतमबुद्ध नगर में 117, गाजियाबाद में 55, लखनऊ में 26 और आगरा में 15 नए केस शामिल हैं। जहां केस अधिक मिल रहे हैं वहां सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाया जाना अनिवार्य कर दिया है। हम हर दिन कम से कम डेढ़ लाख कोविड टेस्ट किए जाएं। पॉजिटिव पाए जा रहे लोगों का सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग का काम सतत जारी रखें।
यूपी में अब तक 11 करोड़ 14 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हुए
उत्तर प्रदेश में अब तक 11 करोड़ 14 लाख से अधिक कोविड टेस्ट कर चुके हैं, जबकि कोविड टीके की 31 करोड़ 48 लाख डोज लगाई जा चुकी है। 18 आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 88% से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 95.33% से अधिक किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 66.84% से किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण को और तेज किए जाने की जरूरत है।
ईद के अवसर पर बिजली कटौत न हो
अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद के अवसर पर बिजली आपूर्ति सुचारू रखें। अनावश्यक कटौती न हो। धर्मिक स्थलों के आसपास स्वच्छता, पेयजल आदि के प्रबंध किए जाएं। लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोस्टर के अनुरूप निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए समुचित प्रबंध किए जाएं। फिलहाल स्थिति सामान्य है और रोस्टर के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराएं।
प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले और सभी को समय से बिल मिल जाए। ओवरबिलिंग अथवा विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान तो करती ही है, व्यवस्था के प्रति निराश भी करती है और वह बिल जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होता। ऐसे में समय से बिल और सही बिल दिया जाना सुनिश्चित करें। इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत है।
बिजली आपूर्ति होती रहे इसके लिए बिल का भुगतान जरूरी है। बिजली का उपभोग करने वाले हर उपभोक्ता की यह ज़िम्मेदारी है कि वह समय से बिजली बिल का भुगतान करें।
विकासखंड स्तर पर 2000-2500 गोवंश क्षमता वाले गो आश्रय स्थल स्थापित करने की योजना बनाएं। प्रदेश के सभी गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्था सुचारु रखी जाए। गोवंश को गर्मी अथवा धूप से सुरक्षित रखने के प्रबंध किए जाएं। हरा चारा-भूसा आदि के समुचित प्रबंध हों। इन दिनों गेहूं की कटाई चल रही है। ऐसे में पशु चारे की खरीद अभी कर लेना उचित होगा। दुग्ध समितियों के गठन की प्रक्रिया को और तेज करने की अपेक्षा है।