महिला पतंजली योग समिति का दीक्षांत समारोह
महिला पतंजली योग समिति का दीक्षांत समारोह
प्रयागराज, 22 अप्रैल। योग सिर्फ एक व्यायाम नहीं है, बल्कि योग से पूरे शरीर का कायाकल्प हो जाता है। जिस दिन योग भारत के हर घर में पहुंच जाएगा उस दिन एक स्वस्थ भारत का निर्माण होगा व सही मायने में शांति के मार्ग पर पूर्ण रूप से अग्रसर होगा। यह बातें मुख्य अतिथि जीवन ज्योति हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. वंदना बंसल ने रविवार को राजर्षि टंडन सेवा केंद्र कटरा में जीवन ज्योति हॉस्पिटल व महिला पतंजली योग समिति प्रयागराज द्वारा संयुक्त रूप से योग प्रशिक्षुओं को दीक्षांत समारोह में सम्बोधित करते हुए कही।
समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ वंदना बंसल ने सभी नव योग शिक्षकों को बधाई दी व कहा कि आज पूरे विश्व में व्यायाम की कई विधियां हैं, पर योग का कोई मुकाबला नहीं है। इसलिए विश्व की कई बड़ी हस्तियां नियमित रूप से योग व प्राणायाम करती हैं। योग व प्राणायाम हमारे मन को भी नियंत्रित रखता है। यदि हमारा शरीर स्वस्थ है व मन नियंत्रित है तो हम किसी भी स्थिति में विचलित नहीं होंगे। महिलाओं को योग इसलिए भी अपनाना चाहिए क्योंकि वह परिवार का आधार होती हैं। एक स्वस्थ महिला ही अपने परिवार को स्वस्थ रख सकती है। जिन महिलाओं ने योग को अपना लिया, उन्होंने अपने लिए सही दिशा चुन ली है। योग हमको सही रूप में जीवन कैसे जिया जाए यह सिखाता है और हमे सकरात्मक रखता है।
डॉ वंदना बंसल ने कहा कि योग वैसे तो कई बीमारियों से बचाता है परन्तु कुछ बीमारियां अनुवांशिक होती है। जिसके लिए हर व्यक्ति को अपनी नियमित जांच चिकित्सक से करानी चाहिए। चालीस से पचास वर्ष की महिलाओं को मैमोग्राफी आदि की जाँच नियमित रूप से करनी चाहिए। इसी तरह नौ वर्ष से ऊपर हर लड़की को सर्वाइकल कैंसर से बचाव का टीका भी जरूर लगवाना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान जीवन ज्योति हॉस्पिटल के चिकित्सकों की टीम द्वारा 115 महिलाओं का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। स्वर्गीय डॉ ए के बंसल फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित शिविर में कुछ जांचें निःशुल्क की गयी।
कार्यक्रम में महिला पतंजली योग समिति की राज्य प्रभारी शशि आर्य, जिला प्रभारी शुभम सिंह, सह राज्य प्रभारी सुनीता आर्य भी उपस्थित थीं। जांच शिविर डॉ नलिनी, डॉ मिस्कैट, डॉ मानस, अमित, सुजीत आदि के सहयोग से आयोजित किया गया।