खानदान के अलावा कितने वीरांगनाओं के नाम पर कांग्रेस ने खोले शैक्षणिक प्रतिष्ठान: सिद्धार्थनाथ
प्रियंका बताएं ढाई दशक तक बंद क्यों रहा गोरखपुर फर्टिलाइजर
लखनऊ, 22 नवम्बर। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनावी घोषणाओं पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में दो नये विश्वविद्यालय, एम्स और नये राजकीय महाविद्यालय खुलने से गोरखपुर नाॅलेज सिटी बन चुका है तो प्रियंका को गोरखपुर में नये विश्वविद्यालय की याद आ रही है। उन्हें यदि इतनी ही चिंता है तो ढाई दशक गोरखपुर खाद कारखाना क्यों बंद रहा? उस दौरान तो केन्द्र में कांग्रेस का ही शासन रहा। लिहाजा जनता को खून का आंसू बहाने वाली कांग्रेस को अब घड़ियाली आंसू बहाना बंद करना चाहिए। यूपी की जनता ने कांग्रेस का दरवाजा हमेशा के लिए बंद कर दिया है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को जारी एक बयान में प्रियंका के ट्वीट पर हमला करते हुए कहा कि शायद प्रियंका गांधी को यह पता नहीं है कि गोरखपुर आज पूर्वी उत्तर प्रदेश में शिक्षा का हब बन चुका है। भाजपा सरकार के साढ़े चार साल में ही दो नये विश्वविद्यालय और शिक्षा के कई संस्थान खुलने से शिक्षा का हब बन चुका है। ढाई दशक पहले कांग्रेस शासन में बंद किये गये खाद कारखाने की जगह नया फर्टिलाइजर कारखाना और पूर्वांचल का पहला एम्स बनकर तैयार है। अगले माह प्रधानमंत्री मोदी लोकार्पण करने जा रहे हैं और प्रियंका एक विश्वविद्यालय खोलने का वादा करती है, जो हास्यास्पद है।
सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि देश पर 70 साल तक राज करने वाली कांग्रेस की सियासत तुष्टिकरण तक सीमित रही। कभी देश की आन बान और शान के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाली वीरांगनाओं को सम्मान नही दिया। देश के सभी सार्वजनिक प्रतिष्ठानों का नामकरण नेहरू खानदान के नाम पर किया। चुनाव करीब आने पर झलकारी बाई जैसी वीरांगनाओ के नाम पर प्रत्येक जनपद में लड़कियों के लिए दक्षता विद्यालय खोलने की याद आ रही है।