हाईकोर्ट में केस लिस्टिंग बदलने से अधिवक्ता परेशान
हाईकोर्ट में केस लिस्टिंग बदलने से अधिवक्ता परेशान
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प्रयागराज, 03 मार्च (हि.स.)। इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुकदमों की लिस्टिंग व्यवस्था में अचानक बदलाव किया गया है। अब काजलिस्ट में दिन भर के सभी मुकदमे (फ्रेश, अनलिस्टेड, लिस्टेड आदि) एक सीरियल में (क्रम संख्या एक से अंत तक) होंगे।
फरवरी माह तक सीरियल नंबर एक से 2999 तक दर्ज मुकदमे फ्रेश, तीन हजार से 7999 तक तक अनलिस्टेड केस और सीरियल नंबर आठ हजार दर्ज मामले प्रकीर्ण प्रार्थना पत्र होते थे। ऐसे में किसी कोर्ट में या कॉरिडोर में मौजूद अधिवक्ता सीरियल नंबर से जान जाता था कि किस कोर्ट में क्या चल रहा है। नया तरीका तीन मार्च (आज) से लागू कर दिया गया है।
हाईकोर्ट के वकीलों का कहना है कि अब किसी भी कोर्ट में क्या चल रहा है, यह जानने के लिए पूरी काजलिस्ट याद रखना पड़ेगा, जो काफी मुश्किल कार्य है।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त सचिव आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के मुकदमों की लिस्टिंग का नया तरीका वकीलों को फिलहाल परेशान करेगा। इस सिस्टम को समझने में और इसके अनुसार ढलने में समय लगेगा। आशुतोष त्रिपाठी ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष-महासचिव से इस पर अविलम्ब संज्ञान लेने का आग्रह किया है।cord in earning