वेलेंटाइन डे स्पेशल : बॉलीवुड में अधूरी रही इन हस्तियों की प्रेम कहानी

वेलेंटाइन डे स्पेशल : बॉलीवुड में अधूरी रही इन हस्तियों की प्रेम कहानी

वेलेंटाइन डे स्पेशल : बॉलीवुड में अधूरी रही इन हस्तियों की प्रेम कहानी

बॉलीवुड के कई सुपरस्टार अपनी रील लाइफ से लेकर रियल प्रेम कहानी को लेकर काफी चर्चा में रहे हैं। दर्शकों ने इनकी प्रेम कहानी को बड़े पर्दे पर खूब पसंद किया, लेकिन असल जिंदगी में इनकी प्रेम कहानियांं अधूरी रह गईं। वेलेंटाइन डे पर जानिए इनकी अधूरी प्रेम कहानी।



देवानंद और सुरैया: साल 1940 में देव आनंद फिल्म इंडस्ट्री में पैर जमाने की कोशिश कर रहे थे और सुरैया उस समय की मशहूर अभिनेत्री और गायिका थीं। 1948 में रिलीज हुई फिल्म 'विद्या' के सेट पर दोनों पहली बार मिले और दोनों एक-दूसरे को दिल दे बैठे। इस पहली नजर के इश्क में दोनों एक-दूसरे को दिलों जान से चाहने लगे। दोनों ने अपने रिश्ते को लगभग दो साल तक सबसे छुपकर रखा, लेकिन साल 1950 में फिल्म 'अफसर' की शूटिंग के दौरान दोनों का प्रेम जगजाहिर हो गया। सुरैया की नानी को जब इस बात का पता चला तो वह बहुत नाराज हुईं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि देव हिन्दू थे और सुरैया मुस्लिम । सुरैया के घर में उनकी नानी का हुक्म चलता था। आखिरकार नानी के इस रवैये के कारण इस खूबसूरत प्रेम कहानी की दास्तान अधूरी रह गई।

दिलीप कुमार और मधुबाला: दिलीप कुमार और मधुबाला फिल्म जगत की सबसे मशहूर जोड़ियों में से एक रहे हैं ।दोनों की प्रेम कहानी बड़े पर्दे पर काफी पसंद की गई, लेकिन रियल लाइफ में दोनों की प्रेम कहानी अधूरी रह गई। दिलीप और मधुबाला की प्रेम कहानी शुरू हुई 1951 में आई फिल्म 'तराना' के सेट पर। दोनों ने पहली बार एक दूसरे को देखा और देखते ही फिदा हो गए। दिलीप कुमार अपने प्यार का इजहार करने में हिचकिचा रहे थे। तब मधुबाला ने पहल करते हुए खूबसूरत अंदाज में दिलीप कुमार से अपने प्यार का इजहार किया। दोनों ने कई फिल्मों में साथ में अभिनय किया ,जिसमे 'अमर' और' मुगल ए आजम' भी शामिल हैं। लेकिन उनका रिश्ता मधुबाला के पिता को रास नहीं आया और दोनों जुदा हो गए।

राजकपूर और नरगिस: राजकपूर और नरगिस की पहली मुलाकात साल 1948 में हुई थी । तब नरगिस फिल्मी दुनिया का जाना माना चेहरा थीं और राज कपूर को अपनी पहली फिल्म के लिए एक स्टूडियो की तलाश थी। राजकपूर एक दिन अचानक नरगिस की मां से किसी काम के सिलसिले में मिलने के लिए उनके घर गए ,लेकिन उस समय नरगिस घर में अकेली थी। नरगिस उस समय रसोई में पकौड़ियां तल रही थी। जब नरगिस ने दरवाजा खोला तो उनके हाथ में बेसन लगा हुआ था,जो उनके गाल पर लग गया। नरगिस का यह भोलापन देखकर राजकपूर अपना दिल हार बैठे। दोनों ने मिलकर बॉलीवुड में आग, बरसात, अंदाज, आवारा,आह, श्री 420 ,जागते रहो और चोरी-चोरी जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया। दोनों की ऑनस्क्रीन लव स्टोरी काफी पसंद की गई। लेकिन दोनों की रियल लाइफ में लव स्टोरी कामयाब नहीं हो पाई। दरअसल राज कपूर शादीशुदा थे। वो न नरगिस को छोड़ना चाहते थे और न ही अपने परिवार को। जब नरगिस को इस बात का एहसास हुआ तो वह राजकपूर से अलग हो गईं।

श्रीदेवी और मिथुन चक्रवर्ती: साल 1984 में बनी फिल्म ‘जाग उठा इंसान’ के शूटिंग के दौरान श्रीदेवी और मिथुन चक्रवर्ती के बीच प्यार की पहली शुरूआत हुई थी। उस वक्त मिथुन पहले से शादीशुदा थे और श्रीदेवी यह बात जानती थी। श्रीदेवी चाहती थीं कि मिथुन अपनी पत्नी को तलाक देकर उनसे शादी कर लें,लेकिन मिथुन ऐसा नहीं कर पाए। इसके बाद दोनों के रिश्ते में दूरियां आने लगीं और इस प्रेम कहानी का अंत हो गया।