प्रयागराज : ऑनलाइन ठगी करने वाले पुलिस की गिरफ्त में , लिंक भेज कर करते थे ऑनलाइन ठगी
प्रयागराज में ऑनलाइन ठगी करने वाले पुलिस के गिरफ्त में
प्रयागराज: पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी जनपद प्रयागराज द्वारा चलाए जा रहे अभियान के अनुपालन में पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक अपराध आशुतोष मिश्रा क्षेत्राधिकारी प्रथम सत्येंद्र तिवारी के निर्देशन में चलाए जा रहे साइबर अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध अभियान के क्रम में 21 जून सोमवार असगरी तिराहे से करीब शाम 7:10 पर थाना करैली पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 517/2021 धारा 420 धारावी 66d आईटी एक्ट ऑनलाइन कंपनी पेनियरबाय मैं ऑनलाइन ठगी के संबंध में पंजीकृत हुआ था जिस संबंध में प्रयागराज पुलिस द्वारा धीरज पाण्डेय पुत्र कृष्ण कांत पाण्डेय निवासी भिट बिरौरा का पूरा थाना फतनपुर जनपद प्रतापगढ़ वर राहुल पाण्डेय पुत्र हनुमान प्रसाद पाण्डेय निवासी दरियापुर पावर हाउस थाना रानीगंज जनपद प्रतापगढ़ को जनपद प्रयागराज के असगरी तिराहे से गिरफ्तार किया गया अभियुक्त की निशानदेही से ऑनलाइन ठगी में प्रयोग किए जाने वाले 12 पीस विभिन्न कंपनियों के सिम कार्ड, एक लैपटॉप, 2 मोबाइल फोन, तिरासी हज़ार (₹83000/-) नगद, एक पेन ड्राइव, दो कार्ड रीडर, भारतीय कंपनियों के यूजर इनफॉरमेशन के 3 फॉर्म, शाही पे कंपनी के 8 फार्म, जरा आधार कार्ड जिसमें 6 कूटरचित आधार कार्ड की छायाप्रति, पैन कार्ड की चार छाया प्रति, दो सेंट्रल विजिलेंस कमीशन के प्रमाण पत्र, 2 पीस सर्टिफिकेट ऑफ बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंस बरामद किया गया। जिसमें मुकदमा अपराध संख्या 517/2021 मैं जांच के आधार पर 419/467/468/471 आईपीसी की बढ़ोतरी की गई अभियुक्त गण उपरोक्त के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
साइबर अपराधी पेनियर बाय कंपनी के साथ साथ विभिन्न कंपनियों के बिजनेस पार्टनर रिटेलर, डिस्ट्रीब्यूटर को ऑनलाइन विभिन्न पेमेंट बैंकों के एप जैसे गो पेमेंट, स्पाइसमनी, एपीएस, सी.एस.पी., जयश्री गूगल पेटीएम ऐप का दुरुपयोग कर के भोले भाले लोगों को ब्लॉक मैसेज की पूर्ति हेतु लिंक भेज कर आम लोगों के खातों में पहुंच बनाकर बेहद शातिराना तरीके से खातों से पैसे फेक आई.डी व मोबाइल नंबरों से खोले खातों में ट्रांसफर कर के एटीएम के माध्यम से रुपए निकालने या ऑनलाइन खरीददारी करके अपने पक्ष में रुपयों का प्रयोग कर लेते हैं।
पकड़े गए धीरज पांडे और राहुल पाण्डेय भोले भाले लोगों की विभिन्न पेमेंट बैंकों में खाता खुलवा कर उसमें अपने ग्रुप के लोगों का फेक पतो से लिए गए मोबाइल नंबर पर ईमेल आई.डी अंकित करते थे व वॉइस के ग्रुप के झारखंड जामताड़ा के धर्मेंद्र उर्फ बाबू भाई व उसका भाई योगेंद्र नारायण सिंह वाराणसी द्वारा उपलब्ध कराए गए सीनियर सिटीजन के बैंक डेटाबेस को टारगेट करके ब्लॉक मैसेज व लिंक भेज कर या फर्जी कस्टमर केयर बंद कर वह फर्जी बैंक मैनेजर ट्रेजरी ऑफिसर बन कर आम लोगों के खातों में पहुंच बना कर फेंक विभिन्न कंपनियों के वायलेट मनी ट्रांसफर कंपनियों जैसे गूगल पे, गो पेमेंट, पेनियर बाय, पेटीएम इत्यादि व बैंक खातों में पैसे अपने ग्रुप में अपने पक्ष में आहरित कर लेते हैं। जून माह में ही इस ग्रुप द्वारा करोड़ों रुपए की ठगी विभिन्न प्रांतों के लोगों से किया गया है जिसमें से नागालैंड से 8 लाख, उत्तर प्रदेश के जनपद देवरिया से 4 लाख रुपए, इटावा से 16 लाख रुपए ( जिसमें 10 लाख रुपए पुलिस की कार्रवाई के बाद खाते वापस हो गए) व जनपद प्रतापगढ़ से 2 लाख रुपये अपने ग्रुप में विभिन्न खातों में वितरित किया गया। गुप्त धीरज पांडे के लैपटॉप व मोबाइल में करीब 10लाख लोगों के बैंक खातों के डेटाबेस जो अन्य प्रदेश व कोलकाता से सम्बंधित सेव है इसके अतिरिक्त मोबाइल पर लैपटॉप में सैकड़ों लोगों की आई.डी, पैन कार्ड, आधार कार्ड फोटो भी सेव पाये गए।
साइबर अपराधियों के गिरफ्तार करने वाले पुलिस टीम में शामिल रहे:
थाना खुल्दाबाद से वीरेंद्र सिंह यादव प्रभारी निरीक्षक खुल्दाबाद व कांस्टेबल राजेश कुमार खुल्दाबाद।
थाना करैली से बृजेश सिंह थाना अध्यक्ष थाना करेली व कांस्टेबल मिथिलेश यादव धर्मेंद्र यादव तथा महिला कांस्टेबल बबीता चौधरी।
नारकोटिक्स सेल प्रयागराज से उप निरीक्षक आशीष कुमार व कांस्टेबल संतोष सिंह।
साइबर सेल प्रयागराज से कांस्टेबल पीयूष बाजपेई व नीरज सिंह उपस्थित रहे।